यमुनोत्री express ब्यूरो
बड़कोट /उत्तरकाशी
यमुनोत्री धाम के अंतिम पड़ाव यमुना तट जानकीचट्टी (नारायणपुरी) में आयोजित सात दिवसीय यमुना उत्सव एवं श्रीमद्भागवत कथा का भंडारे के साथ विधिवत समापन हो गया। समापन अवसर पर विश्व शांति एवं सुख समृद्धि के लिए पूजा अर्चना और हवन यज्ञ किया गया।
भागवत कथा के अंतिम दिवस कथा वक्ता अजय कृष्ण शास्त्री ने अपने प्रवचन में कहा है कि भागवत कथा भक्ति, ज्ञान, वैराग्य और त्याग की शिक्षा देती है। जिसे भक्ति करनी आ गयी, उसे ज्ञान स्वयं प्राप्त हो जाएगा। ज्ञान से वैराग्य और वैराग्य को त्याग करने की शक्ति मिल जयेगी। उन्होंने कहा है कि नित्य प्रभु का निस्वार्थ भाव से स्मरण करना चाहिए, भगवान का नाम स्मरण करने से मन की सभी गंदगी मिट जाती है।
इस मौके पर स्यालिकराम महाराज, राजेन्द्र सेमवाल शास्त्री, खरसाली ग्राम प्रधान यशपाल सिंह, महादेव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद भट्ट, राष्ट्रीय महासचिव दीपक पुरोहित, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष साकम्बरी उनियाल, कोषाध्यक्ष कुसुम कंडवाल, प्रमोद अवस्थी, संदीप राणा, जगमोहन रावत, सुनीता सेमवाल, मीरा सेमवाल, अनुजा सेमवाल, अंजना डिमरी, सोनम डिमरी, बद्री प्रसाद उनियाल, रमेश डिमरी, विपिन बहुगुणा, सुशील सेमवाल, नरेश डिमरी, हरीश डिमरी, सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।