दिनेश शास्त्री
देहरादून।
उत्तराखंड जल विद्युत निगम लि. (यूजेवीएन लि.) की आज हुई बोर्ड बैठक में राज्य की भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ ही उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश के रूप में स्थापित करने हेतु कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
यूजेवीएन लि. के प्रबंध निदेशक संदीप सिंघल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बोर्ड द्वारा इस बात पर सैद्धांतिक सहमति दी गई है कि यूजेवीएन लि. की ऐसी परियोजनाएं जो दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों में स्थित हैं तथा जिनके निर्माण पर बहुत अधिक धनराशि की आवश्यकता होगी तथा जिनके निर्माण में कई कठिनाइयों का सामना पड़ सकता है, उनके निर्माण हेतु यूजेवीएन लि. एवं टीएचडीसी का संयुक्त उपक्रम बनाया जाए। इससे परियोजनाओं के बनाने में सामने आने वाली कई समस्याएं कम होंगी तथा परियोजनाओं को समय से पूर्ण करने में भी मदद मिलेगी।
उन्होने बताया कि एक अन्य निर्णय में राज्य में सौर ऊर्जा की क्षमता के समुचित उपयोग हेतु राज्य सरकार एवं विभिन्न सरकारी संस्थाओं की खाली पड़ी जमीनों पर सौर ऊर्जा परियोजनाओं के विकास एवं निर्माण हेतु यूजेवीएन लि. को अधिकृत किया गया।
बोर्ड बैठक के आज के निर्णयों से निश्चित रूप से राज्य ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के साथ ही राष्ट्र की ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति में सहयोगी भी बनेगा।
टीम यमुनोत्री Express