सुनील थपलियाल उत्त्तरकाशी
पुरोला विधायक दुर्गेश लाल का SDM को जान से मारने की धमकी देने का मामला थमा ही नही था कि सरकारी दस्तावेज को सार्वजनिक स्थल पर फाड़े जाने का वीडियो भी वायरल हो गया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि नगर पंचायत द्वारा अतिक्रमण के मामले में विधायक जनता के बीच सवाल जबाब करते हुए आवेश में आ जाते है और पंचायत के जे ई से अतिक्रमण हटाये जाने का आदेश मांगकर दस्तावेज फाड़ देते है। बात यही पर नही थमती वकील का नोटरी किया नोटिस दिखाने की तक विधायक जी बात कर बैठते है। अब वो ये भूल गये की नगर पंचायत अपने आप मे जनता द्वारा जनता के लिए चुने गये प्रतिनिधि के साथ सरकारी विभाग भी है।
वैसे जब एक संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति ये हरकत कर जाय तो फिर कुछ रहता नही,
अब इस हरकत को सत्ता के नशे में होना मान लिया जाय तो अतिशयोक्ति नही कहा जायेगा। पुरोला विधायक का सरकारी दस्तावेज फाड़ने का वीडियो बड़ा वायरल हो रखा है।
आप सुने उनकी जुबानी। नगर पंचायत के अवर अभियंता के हाथ से लिये दस्तावेज उनको सरकारी नजर नही आये और अतिक्रमण से प्रभावितों को खुश करने के चक्कर मे विधायक ये बड़ी चूक कर गये।
इधर विधायक सभी विभागों में हस्तक्षेप रखने वाले प्रशासनिक अधिकारी SDM को भी धमकी दे आये ।
वही सत्ता के नशे में चूर होने की बड़ी चर्चा पुरोला विधानसभा क्षेत्र में सुनने को आ रही है।
आपको बताते चले कि पुरोला नगर पंचायत द्वारा आजकल अतिक्रमण हटाये जाने व पैदल मार्ग चौड़े किये जाने का अभियान चल रहा है।और इस अभियान की चौतरफा प्रशंसा हो रही है।
मा सर्वोच्च न्यायालय भी अतिक्रमण हटाये जाने के पक्ष में सरकार को कई बार निर्देश दे चुकी है। अब ऐसे में क्षेत्रीय विधायक द्वारा अतिक्रमण को गलत करार दिया जाना , भारी भीड़ के बीच दस्तावेज फाड़ देना लोगो के गले नही उतर रहा है।
जीरो टॉलरेंस की सरकार में कर्मचारीयो को सार्वजनिक तौर पर बेइज्जत करना , उनके हाथों से सरकारी दस्तावेज फाड़ देना बेहतर काम करने वाले नौकरशाह के लिए मुश्किलें तो बढ़ा ही देगा।
खैर जनसरोकार के मुद्दों को लेकर विधायक का बोला जाना सही है पर काम कर रहे कर्मी व अधिकारी का सरंक्षण भी उतना जरूरी है।
आवेश के समय विधायक के सामने कर्मचारी पर कोई हाथापाई कर देता तो क्या रहता। फिर भी एस डी एम और नगर पंचायत के खिलाप अतिक्रमण से प्रभावितों ने खिलाफ में नारेबाजी तो कर ही दी।
भले ही विधायक दुर्गेश लाल ने सरकारी दस्तावेज फाड़ने की बात को सिरे से नकारते हुए प्रार्थना पत्र फाड़ने की बात स्वीकारी है। जबकि नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी ने सार्वजनिक अतिक्रमण स्थल पर जेई के हाथों से सरकारी दस्तावेज फाड़ने का आरोप लगाया है।
आप देखे वायरल हुये वीडियो को……..
टीम यमुनोत्री Express