सुरेश चंद रमोला
ब्रह्मखाल उत्तरकाशी
आलवैदर सडक से संबधित एन. एच. 134(94) धरासू सिलक्यारा राष्ट्रीय राजमार्ग चौडीकरण के लिये कास्तकारों की कटान की गई भूमि और क्षतिग्रस्त मकानो का मुआवजा न मिलने से छुब्द प्रभावितो ने ब्रह्मखाल मे ढोल नगाडो के साथ धरना प्रर्दशन और भूख हडताल प्रारंभ कर दी। स्थानीय निवासी मदन लाल ने इस दौरान अनिश्चित कालीन अनशन पर बैठ गये और सभी मांगे न माने जाने तक भूख हडताल पर डटे रहने की बात कही।
राष्ट्रीय राजमार्ग चौडीकरण के दौरान एन एच निर्माण खंड बडकोट ने कास्तकारों की कास्त भूमी और भवन निर्माण कंपनी से तुडवा दिये मगर उसके बाद उनका प्रतिकर देने मे कोई दिलचस्पी नही दिखाई। इसके अलावा सडक चौडीकरण के दौरान भू-स्खलन से क्षेत्र के कई मकानो पर दरारे भी आई और प्रभावितों परिवारों को प्रशासन ने स्कूलो मे ठहरा दिया जंहा विभाग ने प्रतिकर तो दूर आज तक उनकी तरफ देखा तक नही। भारी असुविधाओं के बीच जीवन यापन करने वाले मदन लाल, चैतू लाल, बसंत लाल हर्ष लाल, यशवंत, जयप्रकाश, गोविंद लाल , दुर्गा लाल, आदि परिवारो का अब सब्र टूट गया और वै ब्रह्मखाल प्रतिक्षालय मे धरना प्रदर्शन कर भूख हडताल करने के लिए बाध्य हो गये। अनिश्चित कालीन भूख हडताल पर बैठे मदन लाल ने कहा कि प्रतिकर लेने के लिए मेरे पैरो मे छाले पड गये सीएम से पीएम तक बात पंहुचा दी मगर किसी ने हमारी नही सुनी जिसके लिए आज हमे इस प्रकार के आदोलंन के लिए बाध्य होना पडा। यह आदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक कि उन्हे प्रतिकर नही मिल जाता। इस आदोलन मे क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगो का भी भारी जन समर्थन मिल रहा है। बताते चले कि इससे पूर्व भी गेंवला निवासी बुजुर्ग चतर सिंह रावत भी विभाग और निर्माण कंपनी के कारनामो के खिलाफ धरने पर बैठे थे और समझौते के मुताबिक एक माह के अंदर कार्य पूरा करने का आश्वासन मिला था मगर इसमे भी स्थानीय प्रभावितो को बेवकूफ़ बनाया गया। क्षेत्रीय जन कल्याण समिति ने प्रशासन और निर्माण कंपनी को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है और यदि 30 दिसबंर तक समझौते के अनुसार कार्य पूरे नही हुये तो 30 दिसबंर को भंडारस्यू जन कल्याण समिति के लोग रानी कन्स्ट्रक्शन कंपनी की मसीने व निर्माण कार्य रोककर फिर से आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
टीम यमुनोत्री Express