बड़कोट।
पृथक घोषित यमुनोत्री जनपद की मांग को लेकर संघर्ष समिति ने कोरोना का तीसरा वैरेंट के आने व बढ़ते मामलों को देखते हुए 33 दिनों से चला आ रहा अनिश्चित कालीन आमरण अनशन स्थगित कर दिया है। उपजिलाधिकारी शालनी नेगी ने अनशनकारियों को जूस पिलाकर भूख हड़ताल को समाप्त करवाया।
मालूम हो की 15 अगस्त 2011 को तात्कालिक मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने चार पृथक जनपद यमुनोत्री, कोटद्वार, डीडीहाट, रानीखेत की घोषणा की थी ,एक दशक बीतने के बाद भी सरकारों ने पृथक जनपद अस्तित्व में नही लाए। जिससे नाराज ग्रामीणों ने कई बार आंदोलन किए लेकिन सरकार ने पृथक घोषित जनपदों को अस्तित्व में लाने की जहमत नहीं उठाई । चार पृथक घोषित जनपद संघर्ष समिति के अध्यक्ष अब्बल चंद कुमांई ने कहा की उपजिलाधिकारी के पत्र पर कोरोना का तीसरा वैरियंट के आने से चल रहा आंदोलन स्थगित किए जाने का आग्रह किया गया और देश में बढ़ते मामलों को देखते हुए 33 दिनों से चला आ रहा पृथक घोषित यमुनोत्री जनपद की मांग को लेकर चल रहे भूख हड़ताल कार्यक्रम को स्थगित किया जाता है। और सरकार से चारो जनपदों को अस्तित्व में लाए जाने की मांग की जाती है । इधर उप जिलाधिकारी शालनी नेगी ने बताया की देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए और तीसरा वैरियंट के आने को देखते हुए आंदोलनकारियों से भूख हड़ताल समाप्त किए जाने का आग्रह किया गया था। सभी बुजुर्गो ने इसमें अपनी सहमति दी । उन्होंने सभी आंदोलनकारियों का आभार जताया।
टीम यमुनोत्री Express