बड़कोट। यमुनोत्री पृथक जनपद संघर्ष समिति व क्षेत्रीय लोगों ने बड़कोट में भूखहड़ताल शुरू की हुई है। क्षेत्र के 4 बुजुर्ग पृथक यमुनोत्री जनपद को अस्तिव में लाने को लेकर विगत 3 दिनों से आमरण अनशन पर है। क्षेत्रीय लोग पृथक जनपद यमुनोत्री को अस्तित्व में लाने की मांग को लेकर आरपार की लड़ाई के मूड में आ गये है।
मालूम हो कु पृथक चार जनपद संघर्ष समिति के आह्वान पर यमुनोत्री को पृथक जिला बनाने की मांग के लिए क्षेत्र के लोग बड़कोट तहसील मुख्यालय में आमरण अनशन पर बैठे लोगो को भारी संख्या में अपना समर्थन दे रहे है। तहसील परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे ग्राम भाटिया गांव निवासी बुजुर्ग वासवानंद डिमरी , बगासु गांव निवासी चैन सिंह,नौगाँव निवासी कॉमरेड बलबीर सिंह , ग्राम इडक निवासी राजाराम बिजल्वाण अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए है । जिनका कहना है कि जब तक यमुनोत्री जनपद अस्तित्व में नही आ जाता भूख हड़ताल जारी रहेगी ।
पृथक चार जनपद संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष अब्बलचन्द कुमाई ने कहा कि 2011 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तत्कालीन भाजपा सरकार के मुखिया डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने उत्तराखंड के यमुनोत्री, कोटद्वार, रानीखेत एवं डीडीहाट सहित चार नए जनपद बनाने की घोषणा की थी। लेकिन, तब से लेकर आज एक दशक बीत गया है लेकिन, आज तक भी ये जिले अस्तित्व में नहीं आ सके हैं। अब विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व में घोषित अलग जिलों को अस्तित्व में लाने की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है। सभी क्षेत्रीय लोग पृथक जनपद के अस्तित्व में लाने के लिए एक जुटता के साथ संघर्ष को आगे आ रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द चारों जनपदों को अस्तित्व में लाना होगा। भूख हड़ताल को समर्थन देने वालो में अब्बल चन्द कुंमायी, महिपाल सिंह असवाल, रामानन्द डबराल, भरत सिंह चौहान, विशालमणि रतूडी, नरोत्तम रतूडी,चंद्रमोहन गौड़, ग्राम प्रधान विकास मैठाणी,अमर सिंह, कुमनी लाल, भगवती सेमवाल,अरविंद मोहन,मनवीर सिंह,जिला पंचायत सदस्य आनंद राणा,सुरेश डिमरी,नियाल सिंह,जयेन्द्र सिंह,मोहन,दिनेश, अनिल, मदन सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।
टीम यमुनोत्री Express