सुरेश चंद रमोला
ब्रह्मखाल /उत्तरकाशी
विगत तीन दिनों से आलवैदर सड़क चौड़ीकरण से प्रभावित रास्तों के लिए आमरण अनशन पर बैठे गेंवला निवासी चतर सिंह रावत का आंदोलन आज प्रशासन के साथ समझौते के बाद समाप्त कर दिया गया। तहसीलदार प्रताप सिंह चौहान और एन एच के अधिशासी अभियंता राजेश पंथ ने अनशनकारी को जूस पिलाकर धरने से उठा दिया। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और क्षेत्रीय जनता की उपस्थिति में सभी मांगों पर विचार विमर्श के बाद निर्णय लिया गया कि महरगांव से पनोथ तक आलवैदर सड़क चौड़ीकरण के कारण जो संपर्क मार्ग कन्ट्रक्सन कंपनी के द्वारा क्षतिग्रस्त किये गये उन्हें बीस दिन के अंदर बना दिया जायेगा और ग्रामीणों के लिए आवागमन की दिक्कत नहीं होगी। बताते चलें कि धरासू यमुनोत्री राष्ट्रीय यात्रा मार्ग को आलवैदर सड़क के रुप में विस्तृत किया जा रहा है और ये परियोजना केन्द्र सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है, इस परियोजना के निर्माण से गेंवला, ब्रह्मखाल, पनोथ, स्यालना, तलोग नाला बग्यालखेत, कुमराडा आदि गांव के संपर्क मार्ग पूरी तरह छतिग्रस्त है और आवागमन के साथ मबेसियो को लाने ले जाने व कास्त की खेती करने में दिक्कते आ रही है। इस संदर्भ में जिला प्रशासन ,एन एच खंड बड़कोट व कार्यदाई संस्था रानी कन्सट्रक्सन कंपनी से रास्तों को दुरस्त करने को कई बार बोला गया व लिखित में भी अवगत कराया गया मगर कोई कार्रवाई न होने से क्षुब्ध होकर ग्रामीणों ने आंदोलन करने का मन बनाया। आज तीसरे दिन अनशन स्थल पर तहसीलदार व कार्यदाई संस्था के लोग पहुंचे और जिम्मेदार महकमे के अधिशासी अभियंता के द्वारा लिखित में आश्वस्त किया गया । इसके बाद भले ही आंदोलन को समाप्त किया गया मगर आंदोलनकारियों ने कहा कि यदि तय समय सीमा के अंदर कार्य पूरा नहीं हुआ तो सोलहवें दिन कंपनी के कार्य को रोककर दोबारा से आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान भंडारस्यू जन कल्याण समिति के अध्यक्ष बुद्धी सिंह कुंमाई, सचिव सुरेश चंद रमोला, संरक्षक निहाल सिंह, रावत , मनवीर भंडारी, गिरीराज रावत, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि सचेन्दर कुमांई, पूर्व जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण सिंह भंडारी, प्रधान सोनिका रावत, सूरजमणी भट, धनवीर रमोला, ब्यापार मंडल अध्यक्ष राजेश रमोला, रानी कन्सट्रक्सन कंपनी के डीपीएम रामू आदि लोग उपस्थित रहे और अनशन समाप्त करने मे सहयोग दिया।