सुनील थपलियाल उत्तरकाशी ।
दो सौ साल से पहले का बना समेश्वर यानी शनिदेव का मंदिर खरशाली ( यमुनोत्री) खतरे में आ गया है। लगातार हो रही बारिश ने मन्दिर के पिछले हिस्से की बुनयादी दीवार ढह गई है। आजतक भूकम्प मन्दिर को हिला नही पाया पर बारिश के कहर ने मन्दिर को खतरा पैदा कर दिया है , ग्रामीणों ने राज्य सरकार व जिला प्रशासन से पौराणिक धरोहर को बचाने की मांग की है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यमुनोत्री क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से प्राचीन व पौराणिक समेश्वर यानी शनिदेवता का मंदिर खतरे में आ गया है पिछले हिस्से की दीवार गिरने से मन्दिर के अस्तित्व में खतरा पैदा हो गया है ,दो सौ वर्ष से अधिक समय से बना प्राचीन मंदिर को खतरा होने से ग्रामीण चिंतित है। मन्दिर समिति के सचिव सूरज तोमर ने बताया कि पौराणिक धरोहर हमारे 4 मंजिला मन्दिर को भारी खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने बताया कि उक्त मन्दिर ने कई भूकम्प के झटके देखे पर मन्दिर को कुछ नही हुआ, भूकम्प की दृष्टि से नायब नमूना हमारा समेश्वर यानी शनि देव का प्राचीन मंदिर है। सरकार को इसके सरंक्षण के लिए व सुरक्षा के लिए जल्द कदम उठाने होंगे।
टीम यमुनोत्री Express