बड़कोट। यमुनाघाटी में जल जीवन मिशन योजना का विरोध का सिलसिला जारी है , मसालगांव के बाद बनाल पट्टी के पौड़ी गांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर उक्त योजना को बन्द करने की मांग की है। इधर जिलाधिकारी ने जलजीवन मिशन योजना के नोडल अधिकारी उत्तराखण्ड जल निगम को मामले की जांच करने कार्यवाही के निर्देश दिये है।
मालुम हो कि जनपद का यमुनाघाटी नगदी फसल व पारम्परिक फसलों की पैदावार के लिए बड़ा विख्यात है और हर गांव के कास्तकार पेयजल सुविधा के लिए शुरू से ही जागरूक रहते हुए पयेजल लाईन का लाभ ले रहे है। केन्द्र सरकार द्वारा हर घर नल की व्यवस्था का अभियान हर गांव में जोर सोर से चल रहा है परन्तु नौगांव ब्लाक के कुछ गांवों में पहले से ही हर घर में नल है और पर्याप्त पानी की व्यवस्था है उसके बाबजूद भी जलजीवन मिशन के तहत पेयजल लाईन विछाने का कार्य किया जा रहा है। पहले मसालगांव के ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से आपत्ति दर्ज कराते हुए जलजीवन मिशन का विरोध किया था और उसके बाद बनाल पट्टी के पौड़ी गांव के ग्रामीणों ने भी विरोध शुरू कर दिया है। गांव के ग्रामीण विरेन्द्र लाल , सकलचन्द , श्रीमती बएत्री देवी , श्रीमती कौशल्या देवी , श्रीमती मैयपति देवी , श्रीमती विमला देवी , श्रीमती बिजली देवी आदि ने जिलाधिकारी उत्तरकाशी को पत्र लिखकर बताया कि ग्राम सभा गडोली के अन्तर्गत ग्राम पौड़ी में 10-12 परिवार अनुसूचित जाति के निवास करते है। गांव को पूर्व से ही दो स्रोतो से पानी आता है और एक स्रोत से अस्पताल सराड़ी गडोली और पौड़ी गांव के कुछ परिवारों को मिलता है जबकि तीन से पंाच परिवारों को ढेड इंच की एक लाईन से पानी की आपूर्ति होती है। हर परिवार में पानी व हर घर में नल पहले से लगे हुए है। उसके बाद भी जलजीवन मिशन के तहत पाईप लाईन विछाने की योजना चल रही है। जो सरकारी धन को ठिकाने लगाने का कार्य हो रहा है। उन्होने कहा कि हमारे गांव में कोई जल समिति नही बनी है और न ही गांव के ग्रामीणों को इस मामले का सज्ञांन लाया गया। उन्होने जिलाधिकारी से इसमें हस्तक्षेप करते हुए जलजीवन मिशन योजना को बन्द करते हुए अन्यत्र योजना का लाभ पहुंचाने का आग्रह किया गया , साथ ही कार्यवाही न होने पर ग्रामीणाों ने आन्दोलन की चेतावनी भी दी है। जलजीवन मिशन योजना के नोडल अधिकारी अधिशासी अभियन्ता मुकेश जोशी ने बताया कि केन्द्र सरकार की लाभकारी योजना का हर परिवार व हर व्यक्ति को पानी का लाभ पहुंचाने का है इसमें लाभाविंन्त गांव में 25 वर्ष बाद तक का प्लान किया जा रहा है , जनसंख्या की बढ़ोंत्तरी को देखते हुए भविष्य के लिए प्लान के अनुसार हर गांव व हर परिवार को जल जीवन मिशन से लाभान्वित किया जाना जरूरी है। रही बात पौड़ी गांव का मामला तो इसके लिए अधिकारियों को भेजकर जांच करायी जायेगी ।
इधर जिलाधिकारी मयूर दिक्षित ने दूरभाष पर बताया कि नौगांव ब्लाक के पौड़ी गांव बनाल का मामला संज्ञान में आया है इसके लिए नोडल अधिकारी जल निगम के अधिशासी अभियन्ता को गम्भीरता से जांच कर नियमानुसार कार्यवाही के निर्देश दिये गये है।
टीम यमुनोत्री एक्सप्रेस