बड़़कोट।उत्तराखंड में अधिकारियों की मनमानी कोई नई बात नहीं है। अक्सर इस तरह के प्रकरण सामने आते रहते हैं। ताजा मामला उत्तराखंड पॉवर कॉर्पोरेशन लि. के विद्युत वितरण खण्ड बड़कोट का है। यहां निगम में लाइनमैन के पद पर तैनात कर्मचारी को अधिशासी अभियंता ने नियम विरुद्ध अपने आवास पर भोजन बनाने के काम पर लगा रखा है। इतना ही नहीं विद्युत वितरण उपखण्ड के अधिकारियों की ऑनलाइन आईडी का भी स्वयं संचालन कर बड़ा खेल खेला जा रहा है। रही बात आम उपभोक्ताओं व सरकारी विभागों की तो उक्त अधिकारी की मनमानी के चलते बिना सूचना दिए उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटने से जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है।
मालूम हो कि बड़कोट विद्युत वितरण खण्ड में तैनात अधिशासी अभियंता धर्मवीर सिंह आजकल खासे चर्चाओं में है। उनकी कथित तानाशाही कार्यप्रणाली के चलते जनता के बीच आक्रोश बढ़ना जहाँ लाजमी है, वहीं कर्मचारियों का शोषण भी किया जा रहा है। लाइनमैन को अपने सरकारी आवास पर भोजन बनाने के काम पर लगा रखा है। यही नहीं कई कर्मचारियों को उनके मूल कार्य स्थल से हटाकर अन्य कार्यों में लगा रखा है जिससे निगम के उपखण्डों की व्यवस्था चरमरा सी गयी है।
सूत्रों की मानें तो सोलर प्लांट की स्वीकृति के लिए बड़कोट व पुरोला के सहायक अभियंताओं की टीएफआर रिपोर्ट के लिए ऑनलाइन आईडी का संचालन भी ई.ई. साहब स्वयं कर रहे हैं और रिपोर्ट के लिए ओटीपी भी अपने मोबाइल पर अटैच किये हुए हैं। इतना ही नहीं सोलर प्लांट के लिए विद्युत लाइन बनाने के लिए ठेकेदार से बड़ी साँठगाँठ की जानकारी मिली है।
सामाजिक चेतना की बुलन्द आवाज “जय हो” ग्रुप ने अधिशासी अभियंता के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने बताया कि पहले विद्युत निगम डुगडुगी बजा कर आम उपभोक्ताओं को बिल जमा करने के लिए जागरूक करता था, परंतु आजकल बिना सूचना के ही बत्ती गुल कर दी जा रही है। खैर विभाग में चल रही तानाशाही से जनता में आक्रोश है और कर्मचारियों में भी दहशत नजर आ रही है। इसलिए नियमों को ताक पर रखकर कार्य करने वाले अधिशासी अभियंता के विरुद्ध कार्यवाही की जाए, कार्यवाही न होने पर जय हो ग्रुप आंदोलन करेगा।
अधिशासी अभियंता धर्मवीर सिंह ने कहा कि नियमों के अनुरूप कार्य किये जा रहे हैं। उन पर लगाए जा रहे सभी आरोप निराधार हैं।
दूसरी ओर अधीक्षण अभियंता वाई.एस. तोमर ने कहा कि लाइनमैन से भोजन नहीं बनवाया जा सकता और अपने अधीनस्थ अधिकारी की सोलर प्लांट के लिए टीएफआर रिपोर्ट की आईडी को प्रयोग नहीं किया जा सकता, अगर ऐसा हुआ है तो जांच की जायेगी।