ब्रह्मखाल /सुरेश चंद रमोला ।जनपद के सबसे उम्रदराज बुजुर्ग मतदाता शेरदास ने अपने निवास स्थान ब्रह्मखाल में जीवन की अंतिम शाशें ली। शेरदास 110 वर्ष की अवस्था में थे और पिछले लोकसभा के चुनाव में उन्हें मतदान के लिए प्रशासन ने डोली में बिठाकर उनके पैतृक गांव मालना गांव में ले गये थे जहां पर लोगों ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया था। शेर दास पूर्व अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य और वर्तमान मे भाजपा मोर्चे की राष्ट्रीय महामंत्री डा स्वराज विद्वान के दादा थे और आज उन्होंने अपनी पांच पीढ़ियों के दर्शन कर यमलोक को प्रस्थान किया। उनके दोनों पुत्र राजकीय सेवाओं से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जीवन के अंतिम पड़ाव में भी शेरदास अपने सभी ज्ञानेन्द्रियो से स्थिर थे। जीवन भर वै सिलाई मशीन के सहारे अपना जीवन व्यतीत करते रहे और उनके काम से लोग प्रभावित थे। कुशल ब्यवहार, सरल स्वभाव और कर्मयोगी के रूप में उनकी छवि थी इसी कारण आज जब वै अपना शरीर छोड़ गये तो सैकड़ों लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। आज उनका अंतिम संस्कार पैतृक घाट धरासू में किया गया। इस दौरान कई जनप्रतिनिधि और राजनैतिक लोगों ने उन्हें कंधा दिया। ब्रह्मखाल व्यापार मंडल ने शोक में आज अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।