जयप्रकाश बहुगुणा
उत्तरकाशी
काशी विश्वनाथ की नगरी उत्तरकाशी में इन दिनों गंगोत्री -यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की हर रोज काफी चहल रहती है, गंगा तट पर बसी यह पौराणिक धार्मिक नगरी अपने क्षेत्रान्तर्गत असंख्य देवी देवताओं के मंदिर स्थापित होने के हमेशा घंटियों की खनक व शंख ध्वनि से गुंजायमान रहती है, लेकिन कुछ समय से यहां नगर पालिका प्रशासन द्वारा कूड़े के कुप्रबंधन के कारण उत्तरकाशी वासियों सहित बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भी जिल्ल्त उठानी पड़ रही है!जिस तम्बाखानी को उत्तरकाशी का प्रवेश द्वार कहा जाता है नगरपालिका द्वारा उसी स्थान को कूड़ा डम्पिंग जोन बना दिया गया है, जहाँ से गर्मियों में दुर्गंध उठती रहती है व बारिस होते ही कूड़ा डम्पिंग जोन से गंदा पानी बहकर सीधा पतित पानी गंगा की अमृत जलधारा को मैली कर रही है, तम्बाखानी में कूड़ा डम्पिंग जोन प्रतिबंधित करने के लिए पहले भी नगर के लोगों ने धरना, अनशन किया था तो नगरपालिका ने लिखित आश्वाशन दिया की गंगा की तलहटी में तम्बाखानी के आसपास कूड़ा डम्पिंग नहीं किया जायेगा, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है, इस कूड़े के ढेर से गंदा पानी बहकर गंगा की पवित्र धारा को मैली कर रहा है !तम्बाखानी से डम्पिंग जोन हटाने को लेकर आज उत्तरकाशी के सामाजिक कार्यकर्ता अमरीकन पूरी ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन दिया है, जिसमें कहा गया है कि यदि नौ जुलाई तक नगरपालिका प्रशासन तम्बाखानी से कूड़ा डम्पिंग जोन को अन्यत्र स्थान्तरित नहीं किया जाता है तो वह नगर के अन्य सहयोगियों के साथ दस जुलाई से आमरण अनशन करेंगे, व यदि आवश्यकता पड़ी तो वे जल भी त्याग देंगे, ज्ञापन में पूरी ने कहा है कि गंगा करोड़ो लोगों की आस्था है और यह अपने मुंहाने पर ही पालिका की कारगुजारियों से मैली हो रही है जिससे हमारी आस्था को चोट पहुंच रही है, तथा जिस तरह गर्मियों में इस कूड़े के ढेर से दुर्गंध उठती है उससे नगर में महामारी फैलने का खतरा भी बना हुआ है, जनहित व धार्मिक महत्व के मध्यनजर नगरपालिका को कूड़ा डम्पिंग जोन यहां से अविलम्ब अन्यत्र स्थान्तरित किया जाय !