यमुनोत्री express ब्यूरो
उत्तरकाशी
डुंडा विकासखंड के जुगल्डी गांव में आयोजित श्रीमद भागवत पुराण कथा के चतुर्थ दिवस को भगवान श्री कृष्ण जन्म आकर्षण का केंद्र रहा। वासुदेव महाराज ने टोकरी पर श्री कृष्ण को मथुरा से नंद बाबा के घर गोकुल पहुंचाया। जिसके बाद व्यासपीठ पर विराजमान व्यास(कथावाचक) रघुवीर प्रसाद नैथाणी महाराज बाल कृष्ण पर माखन लगाकर उनका स्वागत किया। उसके बाद कथाश्रवण के लिए आए श्रधालुओं ने बाल कृष्ण को अपनी भेंट देकर उनका आशीर्वाद लिया। जुगल्डी गांव के रावत परिवार जयवीर सिंह रावत, जगवीर, सुखवीर, दलवीर, महावीर रावत ने अपने बुजुर्गों के मोक्ष के लिए सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। इसके साथ व्यासपीठ पर विराजमान रघुवीर प्रसाद नैथाणी महाराज ने कथा के चौथे दिवस भगवान विष्णु के वामन अवतार और राजा बली के दानवीर की सुंदर कथा का वाचन किया। साथ ही कहा की कोई भी व्यक्ति उसके कर्मों से बड़ा होता है। बल्कि उसका ज्ञान और सतकर्म ही उसे बड़ा और विद्वान बनाता है। जिसके लिए उन्होंने महान कवि रविदास का उदाहरण दिया। नैथाणी ने कहा की सनातन की रक्षा के लिए हमें अपने बच्चों को बचपन से ही पूजा संस्कार देना चाहिए, जिससे की वह बड़े होकर अपने औहदे के साथ अहम् को न अपनाए, बल्कि हर व्यक्ति का आदर करें। कथा के मंडपाचार्य नरेश प्रसाद नैथाणी मूलपाठ और हवन विधियों का संयोजन कर रहे हैं।