यमुनोत्री express ब्यूरो
उत्तरकाशी
हरेला पर्व के अवसर पर जनपद में एक लाख से अधिक फलदार,चारा विकास की पौध रोपित की जाएगी। जिलाधिकारी ने सभी बीडीओ को निर्देशित करते हुए विकास खंड स्तर पर बृहद रूप से पौध रोपण करने हेतु स्थान चिन्हित करने के साथ ही पौध की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सोमवार को एनआईसी कक्ष में हरेला पर्व की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला की अध्यक्षता में बैठक हुई।
जिलाधिकारी ने कहा कि हरेला पर्व को भव्य रूप से उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इसलिए वन,उद्यान,कृषि सहित अन्य विभाग समय रहते व्यापक स्तर पर समुचित तैयारियां पूर्ण करना सुनिश्चित करें।जिलाधिकारी ने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण व संवर्धन के लिए बृहद रूप से वृक्षारोपण किया जाय। आजादी का अमृत सरोवरों,प्राकृतिक जल स्रोत,नदियों के आस-पास भी चारा विकास की पौध लगाई जाए। ताकि जल स्रोत रिचार्ज होने के साथ पशुपालकों को चारा घास की आवश्यकता को भी पूर्ण किया जा सकें।जिलाधिकारी ने कहा कि पौध रोपण करते समय मौसम आधारित फलदार,चारा विकास की पौध का चयन किया जाय। उद्यानीकरण हेतु वन पंचायत एवं सिविल भूमि का जिओ टेग किया जाय ताकि पौध की सुरक्षा हेतु सिंचाई,घेरबाड़ की आवश्यकता को देखते व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकें। सामुहिक किसानों के खेत में एक साथ उद्यानीकरण का कार्य किया जाय। जिलाधिकारी ने आजीविका को बढ़ावा देने एवं स्वंय सहायता समूह को मजबूत करने के निर्देश बीडीओ को दिए। प्रत्येक ब्लाक में मनरेगा के अंर्तगत दो-दो नर्सरी बनाने के साथ ही समूह को मजबूत कर आजीविका का संवर्धन करने को कहा। इसके अतिरिक्त विकास खंड स्तर पर अधिकारियों कर्मचारियों के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों, आमजनमानस को हरेला पर्व में शामिल कर बृहद वृक्षारोपण में भागीदारी सुनिश्चित करायी जाय। पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप मटूड़ा द्वारा अवगत कराया गया कि इस बार हरेला पर्व की थीम सेल्फी विथ प्लांट निर्धारित की गई है जो हरेला पर्व से शुरू होगी। इसके तहत पौध की जिओ टैगिंग के साथ सेल्फी भेज सकेंगे। इस अभियान में जिलाधिकारी ने विद्यालयों के शिक्षकों और बच्चों को भी जोड़ने के निर्देश सीईओ को दिए। इस दौरान उपनिदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क रंगनाथ पांडेय,डीएफओ बड़कोट सुबोध कुमार काला सहित सभी बीडीओ वर्चुअल जुड़े रहे।
बैठक में डीएफओ पुनीत तोमर, डीडीओ केके पंत,सीएचओ डॉ रजनीश सिंह,जिला युवा कल्याण अधिकारी जितेन्द्र वर्मा,पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप मटूड़ा, आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।