
जय प्रकाश बहुगुणा
बड़कोट/उत्तरकाशी
क्षेत्र में फड़, फेरी वालों की दिनों दिन बढ़ती तादाद से चिंतित प्रांतीय उधोग ब्यापर प्रतिनिधि मंडल जिला यमुनाघाटी के पदाधिकारियों ने इन पर अंकुश लगाने के सम्बंध में उपजिलाधिकारी बड़कोट चतर सिंह चौहान को ज्ञापन दिया।
प्रांतीय उधोग ब्यापर प्रतिनिधि मंडल जिला यमुनाघाटी द्वारा दिये ज्ञापन में कहा गया है स्थानीय ब्यापारी कोविड-19 के चलते पहले ही नुकसान झेल रहे हैं, बयपारी अपना बिजली पानी तक के बिल जमा नहीं कर पा रहे हैं, फड़, फेरी वाले क्षेत्र में अबैध ढंग से घुसकर स्थानीय ब्यापारियों का नुकसान कर रहे हैं।ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि फड़’फेरी वाले ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर समान बेचने के बहाने अबैध नशीले पदार्थों की तस्करी भी करते हैं।इनके पास न तो ब्यापर का लाइसेंस होता है व न ए अपना सत्यापन करवाते हैं।ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर गांव की भोली भाली महिलाओं को ठगकर नकली सामान बेचते हैं।कुछ तो नाम बदलकर महिलाओं को बरगलाते हैं।जिसका एक मामला कुछ दिन पहले मोरी में सामने आया, जहा दूसरे धर्म के युवक ने नाम बदलकर एक युवती से शादी करने के बहाने भगाकर बड़कोट ले आया जहां उसे पकड़ लिया गया।प्रांतीय उधोग ब्यापर प्रतिनिधि मंडल ने मांग की है कि फड़, फेरी वालों पर तत्काल रोक लगाई जाय।जिससे स्थानीय ब्यापारियों का नुकसान न हो व क्षेत्र के शान्त माहौल को अशांत होने से बचाया जा सके।ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष कबूल पंवार, महामंत्री सुरेन्द्र सिंह रावत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष तिलक रमोला आदि शामिल थे।