बड़़कोट/अरविन्द थपलियाल।अपर यमुना वन प्रभाग, बडकोट अंतर्गत शीतकाल दौरान वन अपराध जैसे अवैध पातन, शिकार, अवैध जडी बूटी विदोहन एवं अतिक्रमण आदि की रोकथाम के उद्देश्य से लम्बी दूरी गश्त प्रारम्भ की गयी। प्रभाग अंतर्गत 04 लम्बी दूरी गश्त आयोजित की जा रही है जिसके अंतर्गत प्रभाग की समस्त रेंजों क्रमशः रवांई रेंज, कुथनौर रेंज, यमुनोत्री रेंज, मुगरसन्ती रेंज एवं नौगांव रेंज के उच्च हिमालय वन क्षेत्रों में क्षेत्रीय वन कर्मियों की गश्त टीम द्वारा सघन गश्त करते हुए वन अपराधों की रोकथाम एवं वन्यजीव सुरक्षा संबंधी आवश्यक कार्य किये जायेगें। प्रत्येक लम्बी दूरी गश्त अंतर्गत लगभग 50 से 60 कि०मी० की पैदल गश्त का आयोजन किया जायेगा। प्रभाग अंतर्गत विगत वर्षों में कॉजल कटोरे / देवदार प्रकाष्ठ संबंधी अवैध पातन प्रकरण प्रकाश में आये है, जिसके दृष्टिगत प्रभाग के विषम दूरस्थ वन क्षेत्रों में निगरानी किया जाना नितान्त आवश्यक रहता है। प्रभागीय वनाधिकारी रविन्द्र पुंडीर ने कहा कि लम्बी दूरी गश्त टीमों को स्पष्ट निर्देश दिये गये है कि गश्त अंतर्गत यदि कोई भी व्यक्ति वन संसाधनों या वन्यजीवों से संबंधी अवैध कार्य करते हुए पाया जाता है तो सम्बन्धित के विरूद्व नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही अमल में लायी जाए। इसके अतिरिक्त गश्त टीम द्वारा गस्त मार्ग में देखे जाने वाली वन्यजीव एवं वन पादप प्रजातियों का अवलोकन कर विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार करने को कहा गया है । गस्त टीम को गश्त के दौरान मार्ग में पडने वाले ग्रामों में ग्रामीणों को वन एवं वन्यजीव के महत्व तथा इनसे सम्बन्धित आवश्यक जानकारी दिये जाने हेतु भी निर्देशित किया गया।