बड़कोट/अरविन्द थपलियाल।एक तरफ सरकारें नशे के खिलाफ विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती है और दूसरी ओर गांव गांव में शराब के ठेके खोले जा रहें।
मालूम हो कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के पास राना में शराब का ठेका खोलने को लेकर स्थानीय महिलाओं ने नाराजगी जताई है और आबकारी विभाग और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुये शराब का ठेका बंद करने की मांग की।
शराब को ठेके को लेकर महिलाएं और आसपास के ग्रामीण नाराज हैं और आरोप लगा रहे हैं कि इससे युवाओं का भविष्य बर्बाद हो जायेगा और यदि जल्द शराब ठेका बंद नहीं होता है तो सिस्टम के खिलाफ उग्र आंदोलन होगा।
सामाजिक कार्यकर्ता महावीर पंवार माही ने बताया कि सरकार नशे के कारोबार को कमाई का साधन बना रही है और दूसरी ओर गांव गांव में शराब के ठेके खोलने का काम कर रही है।
यदि राना गीठ पट्टी में शराब का ठेका बंद नहीं होता है तो आंदोलन होगा।