ब्रह्मखाल/सुरेश चंद्र रमोला।भले ही केन्द्र सरकार की जांच एजेंसियों ने सिलक्यारा सुंरग के रोके गये कार्य को दोबारा से शुरू करने का आदेश कार्यदाई संस्था नवयुगा को मिल गया है पर बड़ा सवाल यही है कि क्या कार्यदाई संस्था डैमेज एरिया का ट्रीटमेंट गारंटी के साथ करेंगी और दोबारा टनल नहीं टूटेगी , क्योंकि जिस एरिया में टनल बार बार डैमेज हो रही है वह बहुत ही लूज एरिया है और सफेद दल-दल मिट्टी को रोकना बहुत रिस्की कार्य है।
बताते चलें कि नवंबर 2023 में सिलक्यारा टनल में 17 दिन तक नवयुगा कंपनी के 41 मजदूर टनल के अंदर फंसे रहे जिसके लिए केन्द्र और राज्य की ऐजेन्सियो ने ऐडी चोटी का जोर लगाकर बेमुस्किल मजदूरों को 8 एम एम के पाइपों के जरिए बाहर निकाला था और तब जाकर कंपनी के अधिकारियों ने चैन की सांस ली थी। तब से लेकर अब तक केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न जांच एजेंसियों ने अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी और अब जाकर केन्द्र सरकार ने अनुवंधित कंपनी एनएचआईडीसीएल को फिर से टनल निर्माण में कार्य करने की अनुमति दी है। मगर टनल के अंदर अस्सी मीटर एरिया का जो डैमेज क्षेत्र है वह बहुत ही रिस्की है और ऊपरी हिस्से में दलदली सफेद मिट्टी होने के कारण भविष्य में डैमेज हो सकता है क्योंकि इस जगह से पहले भी दो बार टनल ने खतरे के सिग्नल दिये थे। हालांकि टनल निर्माण का कार्य कर रही नवयुगा कंपनी के एक्सपर्ट इंजिनियर सब कुछ ठीक होने की बात कर रहे हैं। अब दोबारा से जांच एजेंसियों से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद टनल निर्माण में लगी नवयुगा कंपनी में पुनरर्निर्माण की हलचल शुरू हो गई है और उन्होंने अपने मजदूरों को घर से बुलाने के लिए संदेश भेजना भी शुरू कर दिया है। फिलहाल जो मजदूर सिलक्यारा में मौजूद हैं उनसे टनल के बाहर निर्माणाधीन ब्रिज बनवाने का कार्य करवाया जा रहा है और टनल के अंदर इकट्ठे हुये पानी व कीचड़ को फिंकवाने व डैमेज क्षेत्र तक के मार्ग को दुरुस्त करने का काम करवाया जायेगा। यह टनल दोबारा न टूटे यह तो भविष्य के गर्व मे है।
प्रोजेक्ट मैनेजर नवयुगा कंपनी ने बताया एनएचआईडीसीएल से सुरक्षा के निर्धारित मापदंडों के साथ टनल के अंदर काम करने की अनुमति मिली है। जल्द ही काम शुरू किया जायेगा, पहले चरण में टनल के अंदर इकट्ठे पानी को बाहर फिंकवाया जायेगा और बिजली, फायर आदि को ब्यवस्थित किया जायेगा। जो मजदूर छुट्टी पर हैं उन्हे दूरभाष से बुलाया जा रहा है। टेक्निकल मजदूरों और सुरक्षा के निर्धारित मापदंडों के साथ जल्द ही टनल निर्माण का कार्य हो पायेगा। द्वितीय चरण में धीरे-धीरे टैक्निक के मलवा हटाने का काम शुरू होंगा।