जयप्रकाश बहुगुणा
बड़कोट /उत्तरकाशी
बड़कोट तहसील के दूरस्थ गांव सरनौल में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है !
भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वक्ता शिव प्रसाद नौटियाल ने भगवान के विभिन्न अवतारों का विस्तार से वर्णन किया! मां रेणुका देवी मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन कथा वक्ता संत श्री शिव प्रसाद नौटियाल ने कथा प्रवचन करते हुए सुखदेव जी के जन्म की कथा तथा भागवत पुराण की रचना के बारे में बताया। साथ ही कहा है कि भागवत कथा एक अमर कथा है, इस अमर कथा का रस पान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
उन्होंने भगवान के अवतारों का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान का पहला अवतार कुमार अवतार के रूप में हुआ तथा दूसरा अवतार ब्राह अवतार, तीसरा नारद अवतार, चौथा नर नारायण, पांचवां अवतार कपिलमुनि, छठा दत्तात्रेय, सातवां, यज्ञ नारायण के रूप में हुआ। इस प्रकार उन्होंने भगवान के 24 अवतारों का विस्तार से वर्णन किया।
इससे पूर्व मां रेणुका की डोली के सानिध्य में रविवार को श्रीमद्भागवत कथा के पहले दिन कथा आयोजकों एवं ग्रामीणों ने माता रेणुका की डोली की अगवाई में गांव के प्रमुख मार्गों में भव्य कलश यात्रा निकाली और विधिवत पूजा अर्चना के साथ कलश स्थापना की गई।
कथा आयोजक श्रीमती भरोसी पत्नी स्व हरिकृष्ण सेमवाल, राजेन्द्र सेमवाल, द्वारिका सेमवाल, अनिल सेमवाल, सुशील सेमवाल, मरकंडी सेमवाल, मनोज सेमवाल, ममलेश सेमवाल, भागवत सेमवाल द्वारा कथा श्रवण करने पहुंचे श्रद्धालुओं का स्वागत किया। इस मौके पर रामकृष्ण सेमवाल, केशवानंद, नीलाम्बर सेमवाल, कमलेश्वर सेमवाल, राजेन्द्र सेमवाल, चिरंजीव सेमवाल, बृजमोहन सेमवाल, राजीव नौटियाल, आदि सेमवाल बंधु एवं आचार्य भाष्कर गैरोला, आचार्य जयराम मिश्रा, प्रेम नौटियाल, नरेश डिमरी,अनिल खंडूड़ी, हरीश डिमरी, संगीतज्ञ रामस्वरूप थापलिया, सुशील उनियाल, बद्री प्रसाद नौटियाल, श्याम डोभाल, ज्ञान सिंह राणा, पूरण सिंह चौहान, उपेंद्र चौहान, रणवीर राणा, सहदेव चौहान, मनवीर पंवार व ग्रामवासी सरनौल सहित बड़ी संख्या में कथा श्रोता उपस्थित रहे।