जयप्रकाश बहुगुणा
बड़कोट/उत्तरकाशी
ब्रहमकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय व अंतराष्ट्रीय आध्यात्मिक शिक्षा संस्थान के तहत ओम शांति मेडिटेशन सेंटर बड़कोट में उत्तराखंड गढ़वाल के सामाजिक सेवा प्रभारी ब्रहम कुमार मेहर चंद ने प्रवचन समागम कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संस्था मानव जाति के सामाजिक व अध्यात्मिक कल्याण के लिए सेवा भाव से काम कर रही है।
सेवाकेन्द्र के माध्यम से ओम शांति संस्थान जाति, धर्म, रंग के भेदभाव व मानव कल्याण के लिए सभी को प्रेरित कर रही है। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा भारत के अलावा 140 देशों में 45 सौ से ज्यादा आश्रम स्थापित किए है। उन्होंने कहा कि जीवन को सफल व सार्थक बनाने के लिए इस सेंटर में आने के लिए सभी को प्रेरित किया। समागम के दौरान नगर के प्रबुद्ध जनों ने अपनी सहभागिता निभाई।
सेवा केंद्र संचालिका बीके ज्योति बहन और बीके रेनू बहन ने दादा लेखराज के जीवन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि संसार इनको अनेकों शास्त्रों के अनुसार आदि देव या आदम के नाम से याद करता है। वेदानुसार ब्रह्मा सृष्टि के रचयिता व विष्णु, पालनहार हैं अतः हम यह समझ सकते हैं कि निराकार परमात्मा ( शिव ), ब्रह्मा के द्वारा नई दुनिया की रचना करते हैं। उन्होंने मानव जाति के सामाजिक व अध्यात्मिक कल्याण के लिए सात दिवस प्रशिक्षण लेकर आत्मा को परमात्मा से जोड़ने के लिए लोगों को प्रेरित किया है ।
ब्रहम कुमार तेजस ने कहा है कि ब्रह्मा बाबा, जिनको 1936 में यह नाम दिया गया, एक विशेष आत्मा जिसने अपने जीवन में एक श्रेष्ठ एवं अनोखा पार्ट निभाया। वे वह भाग्यशाली रथ बने जिन द्वारा परमात्मा ने मनुष्य मात्र को सत्य ज्ञान प्रदान किया, और नयी दुनिया की स्थापना करवाई। ब्रह्मा बाबा के गुण अतुलनीय थे। चाहे धन-संपत्ति हो, चाहे प्रसिद्धि हो या शारीरिक विश्राम हो, ब्रह्मा बाबा ने ईश्वरीय कार्य-अर्थ त्याग किया।
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता उपेंद्र जयाडा, जय हो ग्रुप संयोजक सुनील थपलियाल, मदन पैन्यूली, मनमोहन चौहान,सरपंच अजय सिंह रावत,अमित, नवीन दमीर, राजसावन, दिनेश, विवेक कुमार सहित सैकड़ों महिलाएं मौजूद थी ।