बडकोट।
उत्तराखंड खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में खराब चावलों के आने का सिलसिला पुनः शुरू हो गया है। सामाजिक चेतना की बुलन्द आवाज जय हो ग्रुप ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी से सफ्लाई करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है।
मालूम हो कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के बेस गोदाम विकासनगर से उत्त्तरकाशी के यमुनाघाटी में लंबे समय से गुणवत्ताविहीन चावलों की सफ्लाई की जा रही थी । स्थानीय प्रशासन ने चार एलपी ट्रकों में खराब चावल की भारी खेप को सरुखेत बड़कोट में रंगे हाथों पकड़ा था जिसके बाद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी उत्त्तरकाशी से देहरादून के बड़कोट पहुँचे थे और चारो ट्रकों को वापस भेजा गया था ।तात्कालिक डिप्टी कमिश्नर व जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा विकासनगर बेस गोदाम में एआरओ की तैनाती के साथ हर ट्रक में सैम्पल भेजने के निर्देश दिए थे। हुआ भी ये ही लगभग दो महीने तक बड़कोट व आसपास के सरकारी गोदामो में बेहतर चावल आने शुरू हुए लेकिन कुछ दिन से खराब चावलों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। सामाजिक चेतना की बुलन्द आवाज जय हो ग्रुप ने खराब चावलों की सफ्लाई मिलने की सूचना पर नाराजगी जताई है। ग्रुप के संयोजक सुनील थपलियाल,मोहित अग्रवाल, रणवीर रावत, आशीष पंवार, जय सिंह, विनोद नौटियाल, गिरीश चौहान, अंकित, प्रदीप, अजय सिंह, मदन , द्वारिका, दिनेश, भगवती रतूड़ी, नितिन चौहान, शैलेन्द्र, महिताब,रविन्द्र, मनमोहन सिंह आदि ने गरीब व सरकारी राशन उपभोक्ताओं को लम्बे समय से खराब चावल की सफ्लाई करने वाले अधिकारियों के खिलाप मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी से कार्यवाही की मांग की है। ग्रुप का कहना है कि स्थानीय प्रशासन द्वारा रंगे हाथों खराब चावलों की खेप पकड़ने के बाद आज तक दोषियों के खिलाप कोई कार्यवाही नही की गई । कुछ समय बेहतर चावल आम उपभोक्ताओं को मिले और अब कुछ दिनों से खराब चावलों को गरीब व सरकारी राशन खाने वाले आम उपभोक्ताओं को पुनः गुणवत्ताविहीन चावल की आपूर्ति किया जाना दुर्भाग्य पूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगर खराब चावलों की सफ्लाई बन्द नही होती और दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही नही की गई तो जय हो ग्रुप आंदोलन को बाध्य हो जायेगा।
इधर आपूर्ति विभाग के पूर्ति निरीक्षक प्यारदास ने कहा कि खराब चावल के आने की शिकायत मिली है इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दे दी गयी है और बेस गोदाम को भी इसकी सूचना दी गयी है। उन्होंने कहा कि विभाग के कर्मचारियों द्वारा भी सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता की दुकान में जाकर खराब चावल की पुष्टि की गई। उन्होंने उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी है।
उपजिलाधिकारी शालनी नेगी ने बताया कि खराब चावलों की सफ्लाई विभाग नही कर सकता है क्यो की आम व्यक्तियों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ सवाल है। इस प्रकरण की जानकारी जिलाधिकारी महोदय को दे दी गयी है।
टीम यमुनोत्री Express