यमुनोत्री express ब्यूरो
देहरादून
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ देवेंद्र भसीन ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने वाली है इसलिए कांग्रेस जिसे विपक्ष में ही बैठना है नेता प्रतिपक्ष चुनने पर ध्यान दे तो बेहतर होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हरीश रावत पोस्टल बैलट संबंधी जिस वीडियो को वायरल कर रहे हैं उसके बारे में भाजपा पहले ही डीडीहाट में कर चुकी है। अतः कांग्रेस इस मामले में भ्रम न फैलाए।
आज एक बयान में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉक्टर देवेंद्र भसीन ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की भारी बहुमत से विजय होना तय है और सारे मिथक तोड़ते हुए प्रदेश में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनने वाली है ।ऐसे में कांग्रेस का विपक्ष में बैठना तय है। उन्होंने कांग्रेस को सलाह दी कि वह मुख्यमंत्री पद को लेकर आपस में लड़ने के बजाय नेता प्रतिपक्ष को लेकर विचार करें तो बेहतर होगा । उन्होंने यह भी कहा कि वैसे कांग्रेस के लिए यह काम भी मुश्किल है क्योंकि कांग्रेस के कई बड़े नेता अपने विधानसभा क्षेत्रों में हारने की स्थिति में दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में चल रहा अंतर्द्वंद फिर एक बार जनता के बीच में आ गया है।
डॉ. भसीन ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा पोस्टल बैलट पर पहले से चल रहे हैं वीडियो को ट्वीट किये जाने पर कहा कि यह रावत व कांग्रेस द्वारा भ्रम पैदा करने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को मालूम होना चाहिए डीडीहाट में भाजपा द्वारा पहले ही इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की जा चुकी है और इसकी सच्चाई की जांच हो रही है ।उन्होंने कहा कि हम पारदर्शी चुनाव प्रणाली के पक्ष में रहे हैं ।लेकिन कांग्रेस का इतिहास दागदार है।
उन्होंने आगे कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा की विजय और कांग्रेस की पराजय को कांग्रेस नेता भी इस बात को अंदर से महसूस कर रहे हैं। इसीलिए अब कांग्रेस चुनाव में हार को लेकर बहाने खोज रही है। इसी के चलते हैं कांग्रेस द्वारा कभी ईवीएम पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं तो कभी पोस्टल बैलट पर। जनता अपने निर्णय दे चुकी है जो भाजपा के पक्ष में रहने वाला है।
भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में सहयोग के लिए जाने पर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि कि यह हमारी संगठन की कार्य प्रणाली है। हमारे कार्यकर्ता वहाँ सहयोगी के नाते जा रहे हैं। उत्तराखंड में भी अन्य राज्यों के कार्यकर्त्ता सहयोग के लिये आये थे। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हालत यह है कि पंजाब कांग्रेस के प्रभारी रहे नेता को भी कांग्रेस पंजाब नहीं बुला रही ।