सुरेश चंद रमोला
ब्रह्मखाल उत्तरकाशी।
मानव कल्याण और पुरखों की आत्माओं को शांति देने के लिए धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन करवाना जरुरी है। धार्मिक अनुष्ठानो से मनुष्यों के जन्म जन्मातंर के पापो का हरण होता है तथा पुरखों को भी बैंकुठ लोक की प्राप्ति होती है। ये प्रवचन ग्राम डांग मे भागवत कथा के आयोजन मे ब्यास गौरीशंकर विजल्वाण ने भागवत प्रेमी श्रोताओं से कहे। उन्होने कहा कि धर्मिक अनुष्ठान धर्म अर्थ काम और मोक्ष की प्राप्ति का एक मात्र उपाय है और यही मानव जीवन के लक्ष है। उन्होने गौ गंगा और ब्राहमण को देव शक्ति का रुप बताया । जिस प्रकार आज गाय का तिरिष्कार समाज मे हो रहा है गंगा को मैला किया जा रहा है और ब्राह्मण के प्रति लोग सम्मान का भाव नही रख रहे है ये भविष्य के लिए अछे संकेत नही दिख रहे। समाज मे गौ गंगा और ब्राह्मण का सम्मान हो और धार्मिक अनुष्ठान होते रहे इसमे ही लोक कल्याण निहित है तथा इस प्रकार के अनुष्ठानो से ही जन्म जन्मातंर के पापो से मुक्ति मिलती है पुरखों की आत्माओं को शांति मिलती है और उन्हे बैंकुठ लोक की प्राप्ति होती है। यह धार्मिक आयोजन डांग गांव के चंदन सिंह विक्रम सिंह सोवन सिंह देशराज सिंह मनोज प्रवीन त्रेपन विनोद अरविन्द आदि लोग अपने पूर्वजों की आत्मशांति के लिए कर रहे है।
टीम यमुनोत्री Express