उत्तरकाशी। बड़कोट थानांतर्गत वाहन मालिकों, होटल एसोसिएशन एवं स्थानीय लोगों ने सोमवार को उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर पुलिस पर चालान के नाम पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है तथा कहा है कि कोरोना महामारी के कारण वाहन मालिक व अन्य व्यवसायी पहले ही बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं और पुलिस द्वारा चालान की कार्यवाही से लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
सोमवार को वाहन मालिक एवं यमुनाघाटी टिप्पर यूनियन के अध्यक्ष देवेंद्र रावत, यमुनाघाटी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सोबन सिंह राणा, भाजपा नेता संदीप सिंह राणा, पूर्व प्रधान जोगिंदर सिंह राणा, मनमोहन सिंह चौहान, जयप्रकाश, राहुल राणा, प्रवीण राणा, अमित रावत आदि ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। उन्होंने इस मौके पर कहा है कि बीते दो साल से कोरोना महामारी के चलते सभी व्यवसाय से जुड़े लोगों का रोजगार ठप है, लोग बेरोजगारी और महंगाई की मार झेल रहे हैं। लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट छाया हुआ है। ऐसे में पुलिस द्वारा वाहनों मालिकों पर बेवजह चालानी कार्यवाही कर उनकी मुश्किलों को और बढ़ाने का काम किया जा रहा है, जबकि अभी लोग कोरोना की की मार से उभर भी नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने वाहनों के परमिट, टैक्स, फिटनैस आदि की वैधता को सितंबर माह तक बढ़ाया हुआ है, लिहाजा वाहन मालिकों व चालको को राहत दी जानी चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया है कि थाने के एक एसआई द्वारा देवेंद्र रावत के वाहन का चालान बदले की भावना से प्रेरित हो कर किया गया है। क्योंकि उनके साथ पहले भी एसआई द्वारा थाने अभद्रता की गई थी। जिसके चलते वह अभद्रता के करने के विरोध में तहसील में धरने पर भी बैठे थे। कहा है कि बड़कोट क्षेत्र में स्मैक और चरस का कारोबार खूब चल रहा है और पुलिस सिर्फ गरीब बेरोजगार हो चुके वाहन मालिको के वाहनों के चालान करने में जुटी हुई है। मामले में उपजिलाधिकारी से सकारात्मक कार्यवाही करने के साथ ही मानवता के नाते इस तरह के आर्थिक शोषण पर रोक लगाने की मांग की है।
टीम यमुनोत्री Express