उत्तरकाशी। उत्तराखण्ड में चार धाम कपाट खुलने का आगाज आज यानी 14 मई अक्षय तृतीय से हो जायेगा । कोरोना संक्रमण के चलते राज्य सरकार ने यात्रा पर रोक लगा रखी है, कोरोना काल में कोई भी श्रद्वालु धामों में आकर दर्शन नही कर पायेगें परन्तु अक्षय तृतीया को यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खुलने की पौराणिक परम्परा है।
मालुम हो कि प्रसिद्व यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई को अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर विधि विधान से वैदिक मन्त्रोचारण के साथ दोपहर सवा बारह बजे (12.15 ) खोल दिये जायेगें । मा यमुना की उत्सव डोली सुबह 9.15 बजे खरसाली शीतकालीन मन्दिर से समेश्वर यानी शनि देव की डोली की अगवाई में यमुनोत्री धाम के लिए रवाना होगी । यमुनोत्री मन्दिर समिति एंव पंच पण्डा समिति ने सभी तैयारी पुरी कर ली है । स्थानीय प्रशासन ने 25 लोगों को मन्दिर कपाट खोलने की अनुमति दी है। इसमें तीर्थ पुरोहित , देव डोलियों को ले जाने वाले व वाद्य यन्त्र वादक ही जा पायेगें। मन्दिर समिति के अध्यक्ष एंव उपजिलधिकारी चतर सिंह चैहान ने बताया कि पौराणिक परम्परा के अनुसार यमुनोत्री धाम के कपाट खोलने की सभी तैयारी पुरी कर ली गयी है। अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर मां यमुना के कपाट खोल दिये जायेगें । कोरोना संक्रमण के चलते सरकार द्वारा जारी की गयी एसओपी का अनुपालन किया जायेगा। कपाट खोलने के लिए 25 लोगों को अनुमति दी गयी है और कोविड नियमावली का कड़ाई से पालन कराया जायेगा। उन्होने कहा कि तीर्थयात्रियों को दर्शन अभी रोक है ।
यमुनोत्री धाम के बाद 15 मई को प्रसिद्व गंगोत्री धाम के कपाट भी खोल दिये जायेगें।
मा गंगा की उत्सव डोली आज 14 मई को मुखवा मुखीमठ से सुबह 11.45 बजे गंगोत्री धाम के लिए रवाना होगी और रात्रि को बाबा भैरव मन्दिर में मां गंगा मैया की उत्सव डोली विश्राम करेगी और 15मई को मां गंगा के कपाट विधिविधान से वैदिक मन्त्रोचारण के साथ कपाट खोल दिये जायेगें । कोविड के चलते गंगा मां की डोली के साथ 25लोगों को अनुमति मिली है। तीर्थ पुरोहित मां गंगा की पूजा अर्चना करते रहेगें लेकिन यात्री दर्शन नही कर पायेंगे।
टीम यमुनोत्री Express