बड़कोट।
उत्तराखण्ड में कोविड कर्फ्यू को लेकर जारी एसओपी से आम जनमानस अंसजस में है ।उत्तरकाशी प्रशाासन ने देर सांय जारी निर्देशों के क्रम में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर जनपद के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठिानों को बन्द एंव सावर्जनिक वाहन के आवाजाही पर प्रतिबन्ध लगा दिया था, गांव से देहरादून व उत्तरकाशी जिला मुख्यालय को निकले वाले लोग आधे रास्ते में फंस रहे। देहरादून से रोड़वेज बस और कुछ लोकल बस सवारियों को ढोने का काम करती रही और प्रशासन नीजी व सावर्जनिक वाहनों को रोककर कोविड 19 के तहत जारी एसओपी का नियम का पाठ पढ़ाते नजर आये । आम पब्लिक जहंा अचानक हुए साप्ताहिक कोविड कर्फ्यू लग जाने से दिक्कत में दिखे वही नगर के व्यापारी अपने कच्चे माल के बरबाद होने से चिन्तित दिखे । जिला व्यापार् मंडल महामंत्री सुरेंद्र रावत , नगर अध्यक्ष राजाराम जगुड़ी, जिला उपाध्यक्ष उत्तम रावत का कहना है कि आनन फानन में सरकार ने हर रविवार को कोविड कर्फ्यू का निर्णय लिया वह स्थानीय व्यापारियों के लिए सही निर्णय नहीं था उन्होंने कहा कि सरकार को कम से कम व्यापारियों को विश्वास में लेकर 24 घंटे पहले कोविड कर्फ्यू का आदेश जारी करना चाहिए था अचानक हुए कर्फ्यू की वजह से छोटे व्यापारियों का भारी नुकसान हुआ है वही सार्वजनिक वाहनों के मालिक राज्य सरकार की दोहरी नीति से खासे नाराज है। उन्होंने कहा कि देहरादून में सार्वजनिक वाहन धड़ल्ले से चलते रहे जबकि बड़कोट क्षेत्र में किसी भी सार्वजनिक वाहन को चलने पर पाबंदी रखी गईं।
टीम यमुनोत्री Express