अरविंद थपलियाल की रिपोर्ट- 22 मार्च 1959 को उत्तरकाशी नगर में जन्में कृष्ण लाल तलवाड़ ने उत्तराखण्ड में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उत्तरकाशी के जड़भरत मंदिर मोहल्ले में कोठार पर संचालित पुरी जी के स्कूल से प्राथमिक शिक्षा की शुरुआत की। उसके बाद आगे की पढ़ाई सरकारी बेसिक स्कूल, कीर्ति इंटर कालेज और डिग्री कालेज से, बीए व एमए(अर्थशास्त्र) में टाॅप किया। पीएचडी आगरा विश्वविद्यालयस से। सात फरवरी 1985 से साढ़े दस वर्ष तक उत्तरकाशी, एक अगस्त 1995 से साढ़े सत्रह वर्ष बड़कोट और एक दिसंबर 2012 से छह वर्ष तक डोईवाला महाविद्यालयों में अर्थशास्त्र के प्राध्यापक के रूप में अध्यापन कार्य किया। पदोन्नति के फलस्वरूप साढ़े चार वर्ष चकराता महाविद्यालय में प्राचार्य और दो अगस्त 2023 से आठ महीने तक स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में प्राचार्य के रूप में कार्य कर 31 मार्च 2024 को ससम्मान सेवानिवृत्त हो गये। अपनी सेवा के लगभग 40 वर्षों में प्रो.के.एल.तलवाड़ ने एक सकारात्मक सोच के साथ अपने कर्तव्यों का ईमानदारी के साथ निर्वहन किया। यहां प्रस्तुत है उनसे संबंधित लेखा- जोखा- *दायित्व –* 2008 से 2012 तक चार वर्ष उत्तरकाशी के एनएसएस के जिला समन्वयक, बड़कोट महाविद्यालय में साढ़े पांच वर्ष तक प्रभारी प्राचार्य, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में मीडिया संयोजक *संपादन एवं प्रकाशन — एनएसएस राज्य स्तरीय पत्रिका “युवा संकल्प” के 20 अंकों तथा उतराखंड राज्य के नशामुक्ति अभियान के ई-न्यूज लैटर “संकल्प पत्र ” के पांच अंकों का संपादन। डोईवाला कालेज के न्यूज लैटर “संस्था दर्पण “,चकराता कालेज के “प्रतिबिंब” तथा कर्णप्रयाग कालेज के “मोनाल” का प्रकाशन। “तिलाड़ी सम्मान स्मारिका” (2012) का संपादन। इसके अलावा अनेक पत्र-पत्रिकाओं में 50 से अधिक लेखों का प्रकाशित। सम्मान– वर्ष 2017 में उच्च शिक्षा मंत्री के हाथों “ज्ञान ज्योति सम्मान” से सम्मानित, 2021 में हर्ड्स संस्था द्वारा “स्पर्श गंगा शिक्षा श्री पुरस्कार” से सम्मानित और 2024 में ग्लोबल शिक्षा समिति साहिया द्वारा “उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान” से सम्मानित। उल्लेखनीय कार्य– चकराता महाविद्यालय में विज्ञान संकाय भवन का निर्माण करवाकर बीएससी की कक्षाएं प्रारंभ करवाई तथा कंप्यूटरलैब की स्थापना की । अपने स्वर्गीय पिता के नाम पर चार वर्ष तक मेधावी छात्रवृति का नकद वितरण। कर्णप्रयाग कालेज को नैक प्रत्यायन में “बी” ग्रेड की प्राप्ति अनुकरणीय– संपूर्ण सेवा अवधि में पूर्ण वेतन पर मिलने 12 माह के चिकित्सा अवकाश में से मात्र दो महीने का ही अवकाश लिया।