बड़कोट/उत्त्तरकाशी
कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास टाइप प्रथम (जूनियर सेक्शन) गगनानी, बड़कोट में वार्डन द्वारा नन्हीं बालिकाओं के साथ शारीरिक प्रताड़ना व भारी अव्यवस्था का मामला सामने आया है। उपजिलाधिकारी बड़कोट और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी नौगाँव के औचक निरीक्षण में मिली अनियमितता की पुष्टि के बाद वार्डन प्रभा भट्ट को तत्काल प्रभाव से जिला मुख्यालय में जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा कार्यालय में अटैच कर दिया गया है।
मालूम हो कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय (जूनियर वर्ग)गगनानी, बड़कोट में दूरदराज की गरीब व पिछड़े वर्ग की बालिकाओं के लिए आवासीय व्यवस्था में जिला परियोजना समग्र शिक्षा के तहत छात्रावास संचालित किया जा रहा है। इसमें कक्षा 6 से 8 तक की लगभग 50 बालिकाएं छात्रावास में रहती व पढ़ती हैं परंतु कार्यरत वार्डन प्रभा भट्ट की तानाशाहीपूर्ण व अड़ियल रवैये की वजह से बालिकाएं दहशत में थी। वार्डन के डर के मारे बालिकाएं अपने परिजनों व अधिकारियों को छात्रावास में बरती जा रही अनियमितता की खुलकर जानकारी नहीं दे पा रही थी।
हाल में औचक निरीक्षण के लिए पहुँचे उपजिलाधिकारी मुकेश रमोला और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अजीत भंडारी ने पाया कि वार्डन प्रभा भट्ट द्वारा छात्रावास प्रबंधन में बरती जा रही लापरवाही, छात्राओं की स्वच्छता के प्रति बरती जा रही उदासीनता और बालिकाओं के साथ मारपीट की पुष्टि हुई है और यह भी स्पष्ट हुआ कि वार्डन प्रभा भट्ट के कारण सभी बालिकाओं में भय व्याप्त है। शारीरिक प्रताड़ना झेल रही बालिकाओं ने उपजिलाधिकारी को अपने साथ हो रही वारदात की पूरी जानकारी का पत्र भी सौंपा।
दरअसल कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास जूनियर सेक्शन गगनानी बड़कोट में लंबे समय से शिकायतें मिल रही थी। कई बार जनपद व ब्लॉक के अधिकारियों ने वार्डन को आगाह करते हुए बालिकाओं के साथ तानाशाहीपूर्ण रवैये को सुधारने की हिदायत दी थी। उसके बाबजूद उनके व्यवहार में कोई सुधार नहीं मिला। इतना ही नहीं निरीक्षण में इस बात की भी पुष्टि हुई कि बालिकाओं को मिलने वाला पौष्टिक आहार भी नहीं दिया जा रहा था। गर्म चादर और हीटर भी छात्रावास में उपलब्ध होने के बाबजूद बालिकाओं को नहीं दिए गये, जिससे कई बार अधिककांश बालिकाएं बीमार हो गयी। बुखार, जुकाम, शरीर में दाने के अलावा एक या दो बालिकाओं को यहां टीबी जैसी बीमारी से जूझना पड़ा जिसका इलाज चला।
वार्डन के कथित तानाशाही रवैये से छात्रावास की बच्चियां दहशत में थीं और उपजिलाधिकारी व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के तत्काल हटाये जाने के बाद के केजीबीवी वार्डन मीनाक्षी रावत को जिम्मेदारी मिलने से छात्राएं फिलहाल खुश हैं।
तात्कालिक वार्डन प्रभा भट्ट का कहना है कि सभी आरोप निराधार है। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अजीत भंडारी ने बताया कि गगनानी कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय छात्रावास में मिली शिकायत व निरीक्षण के दौरान हुई पुष्टी पर वार्डन प्रभा भट्ट को जिला परियोजना समग्र शिक्षा कार्यालय में अटैच करते हुए छात्रावास से कार्यमुक्त कर दिया गया है।।कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास गगनानी, बड़कोट समग्र शिक्षा समिति के पदेन अध्यक्ष/ उपजिलाधिकारी मुकेश रमोला ने बताया कि बीईओ नौगाव के साथ बालिका छात्रावास का औचक निरीक्षण के दौरान भारी अव्यवस्था देखने को मिली , नन्ही बालिकाओं द्वारा उनके साथ आए दिन होती शारीरिक प्रताड़ना और बालिकाओं में भारी भय व्याप्त होना देखने को मिला। वार्डन को तत्काल अटैच किया गया है और के जी बी वी की वार्डन को उक्त छात्रावास की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।
टीम यमुनोत्री Express