सुनील थपलियाल उत्त्तरकाशी
यमुनोत्री धाम में यात्रियों की बढ़ती भीड़ से जानकीचट्टी के साथ यमुना के मायके खरशाली में वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था की गई है लेकिन प्रशासन के सभी दावे खोखले साबित हो रहें है।पार्किंग में व्यवथा के नाम पर कुछ नही है। आम श्रद्धालु शौचालय , पेयजल के लिए दर दर भटकने को मजबूर है। पैदल रास्तों सहित पार्किंग में स्टे्ट लाईट की व्यवस्था न होने से रात्रि में श्रद्धालुओं को भारी दिक्कत आ रही है । तीन से चार दिन में गंदगी बढ़ने लगी है। गुजरात से आये श्रद्धालु धीरेंद्र भायी कहते है कि हम लोगो की रात्रि में रुकने की व्यवस्था जानकीचट्टी में थी लेकिन हमें खरशाली पार्किंग भेज दिया गया,वहां से व्यवस्था नही पैदल चलकर जाना हुआ बड़ी परेशानी हुई, शौचालय दिखे पर उनमें पानी नही था, रास्ते मे अंधेरा ही अंधेरा रहा। सरकार को अगर पार्किंग चेंज करनी थी तो ये व्यवस्था सही रखनी चाहिए। स्थानीय निवासी देवराज उनियाल, सुधीर सिंह, विजय सिंह, रमेश उनियाल, आदि कहते है कि यमुना माँ के मायके खरशाली में पार्किंग की व्यवस्था की गई , बैठक में स्टे्ट लाइट, शौचालय, पेयजलापूर्ति की व्यवस्था का दावा किया गया था परंतु कुछ भी व्यवस्था नही की गई, शिवशक्ति पार्किंग और हैलीपेड पार्किंग में तीर्थयात्रियों को सबसे अधिक शौचालय में पानी न होना दिक्कत पैदा किये हुए है।सफाई कर्मी की तैनाती न होने से गंदगी बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से खरशाली में व्यवस्था किये जाने की मांग की है।
उपजिलाधिकारी जितेंद कुमार ने बताया कि खरशाली की दोनों पार्किंग में व्यवस्था के लिए सम्बंधित विभागों को कह दिया गया है। जल्द व्यवस्था की जायेगी।
टीम यमुनोत्री Express