जयप्रकाश बहुगुणा
बड़कोट/उत्तरकाशी
एस.एस.बी.स्वंय सेवक कल्याण समिति उत्तराखण्ड गुरिल्ला संगठन ईकाई यमुनाघाटी उत्तरकाशी के बैनर तले सैकड़ो गुरिल्लाओं ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर केन्द्रीय अध्यक्ष ब्रहमानन्द डालाकोटी की अध्यक्षता में विषाल प्रदर्शन करते हुए तहसीलदार धनीराम डगंवाल के माध्यम से प्रधानमन्त्री, केन्द्रीय गृह मन्त्री एंव मुख्यमन्त्री को ज्ञापन भेजा ।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत एसएसबी स्वंय सेवक कल्याण समिति गुरिल्ला संगठन उत्तराखण्ड की यमुनाघाटी ईकाई ने मुख्य चौराह पर एकत्र होकर बैठक करते हुए विशाल जन आक्रोश रैली निकाली और सरकार से मणिपुर की तर्ज पर गुरिल्लाओं को नौकरी देने , उम्र पार कर चुके गुरिल्लाओं की पेन्शन जारी करने और मृतक गुरिल्लाओं का हक उनके आश्रितों को दिये जाने की मांग की है। गुरिल्ला संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष ब्रहमानन्द डालाकोटी ने कहा कि गुरिल्ला फौज गृह मन्त्रालय यानी सेना से जुड़ी है जिन्हे अर्द्वसैनिक का नाम दिया गया है। किन्तु सरकार ने गुरिल्लाओं की अवहेलना कर नई नई भर्तियां निकालकर गुरिल्लाओं को सेवा से वचिंत रखकर बेरोजगार रखे हुए है। जिससे पुरे देश में गुरिल्लाओं में भारी रोष व्याप्त है। मणिपुर में गुरिल्लाओं को . उच्च न्यायालय से जीत दर्ज होने के बाद रोजगार मिल रहा है और अन्य सभी राज्यों के गुरिल्ला भी मणिपुर की तर्ज पर रोजगार की मांग 2006 से करते आ रहे है। उन्होने कहा कि समय रहते राज्य व केन्द्र सरकार ने गुरिल्लाओं की मांगों पर गौर नही किया तो उग्र आन्दोलन किया जायेगा। उत्तराखण्ड के गुरिल्ला चार धाम यात्रा को बाधित करने के साथ 2024 में लोक सभा चुनाव को भी प्रभावित करने का दम रखते है। उन्होने कहा कि सरकार जल्द तीनों मांगों पर गौर करते हुए निस्तारण का रास्ता तय करे। जिलाध्यक्ष जयेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार और केन्द्र सरकार गुरिल्लाओं के साथ न्याय करे अगर सरकार द्वारा मांगो का निस्तारण नही किया गया तो उत्तराखण्ड के गुरिल्ला सड़कोें पर उतरने को विवष होगें। इस मौके पर ब्लाक अध्यक्ष गुरू प्रसाद बहुगुणा, उपाध्यक्ष विशाल मणी बडोनी , महामन्त्री चन्द्र मोहन रमोला, कोषाध्यक्ष गोपाल सिंह चौहान , राधेश्याम सेमवाल , चन्द्रदत्त , विजेन्द्र सिंह , भागेन्द्र सिंह, रमेस लाल, चन्द सिंह , रणवीर सिंह, सब्बल सिंह , विजय पाल , विमाल ,सौणी, सावित्रि देवी, राजेन्द्री देंवी, सुशीला देवी , सरस्वती , वर्षा रावत, बालमी देवी , श्यामलाल, एलमा देवी, रामप्यारी , अतोल सिंह , उज्जवल सिंह , सुशील दास , भजन देई , कमल लाल सहित सैकड़ो गुरिल्ला स्वंयसेवक मौजूद थे।