उत्तरकाशी से रोबिन वर्मा।
उत्तरकाशी जिले के नौगांव ब्लॉक के अंतर्गत एएनएम सेंटर ओडगांव में एएनएम सेंटर में ताले लगे है। एक ओर सरकार गांव में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था का दावा कर रही है, वहीं हकीकत में गांवों में चिकित्सा व्यवस्था की सबसे प्राथमिक इकाई एएनएम सेंटर ओडगांव में 6 महीने से अधिक समय से ताले पड़े हुए है। चिकित्सा जैसी बुनियादी सेवाएं भी ग्रामीणों को नसीब नहीं हो पा रही है।दरअसल क्षेत्र के 15 से अधिक गांव की गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को कायदे से टीकाकरण की सुविधा नहीं मिल पा रही है, इसका मुख्य कारण मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण (एएनएम) केंद्र मे महीनों से स्टाफ ना होना है । नतीजतन लोगों को 40 से 60 किलोमीटर दूर डामटा या नौगांव की दौड़ लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
एएनएम केंद्र में ताला जड़े होने के चलते बड़ी संख्या में शिशुओं को वक्त पर टीके लगाने में दिक्कत आ रही है। क्षेत्र के लोदन, ओड़गाँव, जुगड़ गांव , मौला गांव , नौगांव गोडर, मताड़ी, केवल गांव ,कलेज गांव आदि ग्रामीणों का कहना है कि नवजात शिशुओं को टीकाकरण के लिए दूसरे केंद्रों में पहुंचाने को मजबूर होना पड़ रहा है। नवजात शिशुओं को समय-समय पर लगने वाले टीके के लिए भी अन्य केंद्रों में दौड़ लगानी पड़ती है। गर्भवती महिलाओं के लिए डिलीवरी की सुविधा तक नहीं है। इस कारण महिलाओं को डिलीवरी के लिए 60 से 70 किलोमीटर तक का फासला तय करना पड़ता है।
सीएमओ उत्तरकाशी डॉ केसर सिंह चौहान का कहना है कि एएनएम सेंटर ओडगांव में तैनात एएनएम को मातृत्व अवकाश के बाद से 4 माह के लिए उत्तरकाशी मे अटैचमेंट किया गया है। फिलहाल एएनएम सेंटर के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है, इसी महीने एएनएम को ओड़गाँव के लिए भेज दिया जाएगा।
टीम यमुनोत्री Express