बड़कोट। शनिवार को चार धाम यात्रा शुरू होने के पहले दिन यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने शासन द्वारा कोविड-19 से संबंधित जारी एसओपी का विरोध कर एसओपी पर गहन नाराजगी व्यक्त की। साथ ही तीर्थ पुरोहितों ने अपने अधिकारों को लेकर यमुनोत्री धाम पहुंचे जिला अधिकारी मयूर दीक्षित को ज्ञापन सौंपा। तीर्थ पुरोहितों की नाराजगी पर जिला अधिकारी ने पुरोहितों को समझाया तथा उन्हें उनके अधिकारों को लेकर आश्वास्त किया है।
यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल ने कहा है कि शासन द्वारा चार धाम यात्रा को लेकर जारी एसओपी का तीर्थपुरोहितों द्वारा विरोध करना लाजमी है। उन्होंने कहा कि यदि यमुनोत्री धाम में तीर्थ पुरोहितों द्वारा तीर्थ यात्रियों की पूजा अर्चना नही की जाएगी और वह दान नही लेंगे, टीका नही लगाएंगे, तो ऐसे में तीर्थ पुरोहितों के लिए चार धाम यात्रा खुलने का क्या औचित्य रह जाएगा। उन्होंने कहा है कि देश विदेश से श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन करने तथा पूजा अर्चना करने के लिए बड़ी श्रद्धा भाव से चार धाम यात्रा पर आते हैं और वह यदि यहां पूजा अर्चना नहीं कर पाएंगे और अपने तीर्थ पुरोहितों को दान भी नहीं दे पाएंगे तो उन्हें यात्रा करने पर कैसे संतुष्टि मिल पाएगी। यह समझ से परे है।
एसओपी पर तीर्थ पुरोहितों द्वारा जताई गई नाराजगी पर जिला अधिकारी मयूर दीक्षित ने तीर्थ पुरोहितों को कोविड-19 के अनुपालन के अनुरूप पूर्व की भांति पूजा अर्चना करने को लेकर आश्वस्त किया। जिसके बाद तीर्थ पुरोहितों ने यमुनोत्री धाम में विधिवत पूजा अर्चना आरंभ की।
टीम यमुनोत्री Express